भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया में जारी पहले टेस्ट मैच में अपनी शानदार गेंदबाजी से मेजबानों को चौंका दिया है। जहां एक ओर टीम इंडिया की बल्लेबाजी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी, वहीं गेंदबाजों ने अपनी दमदार प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलियाई टीम को बैकफुट पर धकेल दिया। जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने ऐसा दिन दिखाया जो ऑस्ट्रेलिया ने पिछले आठ सालों में अपने घरेलू मैदान पर नहीं देखा था।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला
कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। हालांकि भारतीय टीम महज 150 रन पर सिमट गई, जिससे ऐसा लग रहा था कि बुमराह का फैसला गलत साबित हो गया। लेकिन जब भारतीय गेंदबाजों ने गेंदबाजी का मोर्चा संभाला, तो कहानी पूरी तरह पलट गई। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही, और उन्होंने सिर्फ 40 रन पर अपने 5 महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 8 साल का शर्मनाक दिन
1980 के बाद यह दूसरी बार हुआ है जब ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू टेस्ट में अपने शुरुआती 5 विकेट 40 रन से पहले गंवाए। इससे पहले 2018 में साउथ अफ्रीका ने होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया को 17 रन पर 5 विकेट खोने पर मजबूर किया था। इस बार, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 38 रन पर ही 5 विकेट गंवाने के लिए मजबूर कर दिया। जैसे ही ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 50 के करीब पहुंचा, उनका छठा विकेट भी गिर गया, जिससे पूरी टीम दबाव में आ गई।
बुमराह ने की घातक शुरुआत
भारतीय गेंदबाजों ने अपनी पारी की शुरुआत से ही मेजबानों पर दबाव बना दिया। जसप्रीत बुमराह ने पहले ही ओवर से आक्रामक गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया। बुमराह ने बैक-टू-बैक तीन विकेट लिए, जिसमें स्टीव स्मिथ को गोल्डन डक पर आउट करना भी शामिल था।
सिराज और राणा ने बढ़ाई मुश्किलें
दूसरे छोर से मोहम्मद सिराज अपनी लय में नहीं दिखे, तो कप्तान बुमराह ने हर्षित राणा को गेंदबाजी का जिम्मा सौंपा। राणा ने ट्रेविस हेड का विकेट लेकर टीम को बड़ी सफलता दिलाई। इसके बाद, सिराज ने अपने दूसरे स्पेल में वापसी की और दो अहम विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को और मुश्किल में डाल दिया।
भारतीय गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारत की इस पारी में गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया बैकफुट पर है। बुमराह और सिराज की जोड़ी ने जहां मेजबानों की नींव हिला दी, वहीं हर्षित राणा ने अपनी जगह मजबूत की। भारत के इस प्रदर्शन ने दिखा दिया कि भले ही बल्लेबाजी उम्मीद के मुताबिक न रही हो, लेकिन गेंदबाजों के दम पर टीम किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।