Parth Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने उछालभरी पिच पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो सही साबित नहीं हुआ। डेब्यूटेंट नीतिश रेड्डी और ऋषभ पंत को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं सका। भारतीय टीम चाय तक महज 150 रन पर ऑलआउट हो गई, 50 ओवर भी पूरे नहीं खेल सकी।
ऋषभ पंत (78 गेंदों में 37 रन) और नीतिश रेड्डी ने सातवें विकेट के लिए 48 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर टीम को इस स्कोर तक पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया के जोश हेजलवुड (4 विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे, जबकि मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, और मिचेल मार्श ने 2-2 विकेट चटकाए।
बुमराह की कहर बरपाती गेंदबाजी
150 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत भी खराब रही। डेब्यू कर रहे नेथन मैकस्वीनी को बुमराह ने तीसरे ओवर में पवेलियन भेजा। इसके बाद बुमराह ने 7वें ओवर में तहलका मचाते हुए उस्मान ख्वाजा और स्टीव स्मिथ को लगातार गेंदों पर आउट कर खेल का रुख पलट दिया।
ख्वाजा का विकेट
बुमराह ने राउंड द विकेट से शानदार गेंद फेंकी, जो ऑफ स्टंप के पास पिच होकर बाहर निकली। ख्वाजा इस मूवमेंट को समझ नहीं पाए, और गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर कोहली के हाथों में चली गई।
स्मिथ का गोल्डन डक
अगली ही गेंद पर आए दिग्गज स्टीव स्मिथ को बुमराह ने पहली ही गेंद पर पवेलियन भेज दिया। स्मिथ टेस्ट क्रिकेट में गोल्डन डक का शिकार हुए। यह कारनामा करने वाले बुमराह दुनिया के सिर्फ दूसरे गेंदबाज बने। इससे पहले यह उपलब्धि केवल डेल स्टेन (2014) ने हासिल की थी। जसप्रीत बुमराह की इस घातक गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को शुरुआती झटके दिए, और पहले दिन का खेल पूरी तरह से रोमांचक हो गया।